आजकल अपनी जरूरत को पूरा करने के लिए लोन की आवश्यकता होती हैं यदि आप भी लोन लेना चाहते है तो लोन लेने से पहले आपका सिबिल स्कोर की जांच की जाती है।यदि आप पहली बार लोन के लिए अपलाई कर रहे है तो आपका सिबिल स्कोर जीरो या -1 होता है बैंक या एनबीएफसी कंपनी सिबिल स्कोर के हिसाब से आपके लोन की राशि निर्धारित करती है यदि आपका सिबिल स्कोर जीरो है तो भी आपको लोन मिलता है पर पहली बार लोन देने के लिए बैंक आपके क्रेडिट स्कोर के हिसाब से लोन दिया जाता है यदि आपका सिबिल स्कोर जीरो है तो आपको ज्यादा बड़ी राशि लोन के रूप में भी मिलती है।
सिबिल स्कोर क्या होता है
सिविल स्कोर तीन अंकों का नंबर होता है। जो कि 300 से लेकर 900 तक होती है, जो किसी व्यक्ति की लोन लेने की क्षमता को दर्शाती है।
जब भी कोई लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करता है। लोन देने वाली संस्था आवेदक के लोन जोखिम का आकलन करने के लिए उसके क्रेडिट स्कोर की जांच करती है।
सिबिल स्कोर आपके रिपेमेंट के जानकारी होती है जिसमे बैंक से लिया लोन की भुगतान की जानकारी होती है जो 700 से 900 के बीच हो। जिससे नए लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन या मंजूरी मिलने की संभावना बढ़ जाती है।
आज हम इस लेख में आपको बताने जा रहे है कि जीरो सिबिल स्कोर को आप किस तरह बढ़ा सकते है।
पर्सनल लोन —
एनबीएफसी कंपनी और मोबाइल एप आपको बिना सिबिल स्कोर के भी लोन दे सकते है जिसमे आपका सिबिल खराब नहीं होना चाहिए यदि आपका सिबिल जीरो है तो मोबाइल एप के माध्यम से आप 10 हजार से लेकर 5 लाख तक का लोन ले सकते है। इस लोन पर ब्याज दर 12 परसेंट से लेकर 18 परसेंट तक हो सकती है।
क्रेडिट कार्ड —
आजकल अपनी जरूरत को पूरा करने के लिए क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल बहुत ज्यादा किया जाता है यदि आपका सिबिल स्कोर जीरो है तो बैंक आपको आसानी से क्रेडिट कार्ड नहीं देते इसके आपको किसी बैंक में खाता खुलवाकर अपनी जरूरत के हिसाब से 20 हजार से लेकर 50 हजार तक की फिक्स्ड डिपॉजिट करवानी पड़ेगी। बैंक आपको FD के आधार पर क्रेडिट कार्ड बना देगा।जिसका हर महीने सही समय पर बिल भुगतान करने पर आपके सिबिल स्कोर बन जाएगा।